देश में प्रतिवर्ष 20 लाख नए क्षय रोगी सामने आ रहे हैं। इसमें करीब आठ लाख के बलगम में क्षयरोग के कीटाणु पाए जाते हैं। सही व नियमित इलाज न मिलने से लगभग 3.5-4 लाख तक लोगों की मौत हो जाती है। सरकारी स्तर पर तमाम डाट्स केंद्रों की स्थापना के बाद भी प्रतिदिन क्षय रोग से मरने वालों का आंकड़ा एक हजार के आसपास है। ऐसे में आईएमए 18 प्रदेशों में पुनरीक्षित टीबी नियंत्रण कार्यक्रम चलाएगा।
- असंयमित जीवन शैली व खान-पान से युवा तेजी से आर्थराइटिस की गिरफ्त में आ रहे हैं। उम्र बढ़ने के साथ ही महिलाओं में भी आर्थराइटिस का खतरा बढ़ा है। आने वाला वक्त स्टेम सेल का है, जब घुटने व हिप की ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी आमजन के लिए आसान हो जाएगी।
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