ठ्ठ कृष्ण मुरारी पाण्डेय, सिवान बिहार के सिवान जिले में स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय में गरीब मेधावियों की सीटें रसूख वालों के लाडले हथिया रहे हैं। विद्यालय में 2010-11 में प्रवेश के लिए जिले के अधिकांश विद्यालयों से ऐसे विद्यार्थियों के फार्म भरे गये हैं जिनका विद्यालय की प्रवेश पंजी में नाम ही नहीं है। प्रखंड संसाधन केंद्र के अधिकारी कमलेश्वर ओझा के भौतिक सत्यापन में इस धांधली का खुलासा हुआ है। सत्यापन में पाया गया है कि नवोदय विद्यालय में प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन जमा करने वाले प्राथमिक विद्यालय खुरमाबाद के 23 में से 18, उच्च मध्य विद्यालय जमसिकरी के 12 में से दो, मध्य विद्यालय नया बाजार उर्दू के 17 में से एक बच्चे का स्कूल में दाखिला ही नहीं हुआ है। अंग्रेजी माध्यम में आवेदन करने वाले जिले के 159 विद्यालयों में से अब तक 85 के अभिलेखों का सत्यापन हुआ है, जिसमें 35 विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों ने बाहरी बच्चों को नवोदय विद्यालय की प्रवेश परीक्षा में शामिल कराने का प्रयास किया है। सूत्रों के मुताबिक, रसूख वाले धन-बल के दम पर प्रधानाध्यापकों व मेडिकल टीम को प्रभाव में लेकर कमजोर और अभिवंचित वर्ग के बच्चों को विद्यालय से बेदखल कर रहे हैं। नवोदय विद्यालय के प्रधानाचार्य डा.आर. कपूर ने स्वीकारा किया कि कुछ विद्यालयों से गलत तरीके से चयन परीक्षा के लिए आवेदन जमा होने की शिकायत मिली है जिसकी जांच हो रही है। जिला शिक्षा पदाधिकारी ज्योति कुमार ने बताया कि खंड विकास अधिकरियों को गलत आवेदन फार्म चिन्हित करने के आदेश दिए गये हैं। दोषी व्यक्तियों पर कार्रवाई की जायेगी।
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