किस जिले में कितने तहसीलदार और नायब तहसीलदार हैं? उनकी तैनाती कब से है? एक स्थान पर कब से जमे हुए हैं? ऐसी तमाम जानकारियां राजस्व परिषद की वेबसाइट पर दर्ज करने की कवायद शुरू हुई है। परिषद का निर्देश मिलने के बाद मंडलायुक्त कार्यालय ने लखनऊ मंडल के सभी जिलों को पत्र भेजकर अपेक्षित जानकारियां तत्काल मांगी हैं।
कई जिलों में तहसीलदार व नायब तहसीलदार के पद खाली चल रहे हैं। ऐसे में कई नायब तहसीलदार व तहसीलदार अतिरिक्त कार्यभार भी संभाले हुए हैं। इस वजह से राजस्व वादों की सुनवाई, वसूली जैसे प्राथमिकता वाले काम प्रभावित हो रहे हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए तहसीलदारों व नायब तहसीलदारों का ब्योरा जुटाया जा रहा है। लखनऊ मंडल के अपर आयुक्त, प्रशासन श्यामलाल ने लखनऊ, रायबरेली, लखीमपुर खीरी, हरदोई, उन्नाव, सीतापुर, छत्रपति शाहू जी महाराज नगर के जिलाधिकारियों को एक पत्र भेजा है। इसके मुताबिक सभी जिलाधिकारियों को तत्काल अपने जिले में कार्यरत तहसीलदार, नायब तहसीलदार का सेवा विवरण राजस्व परिषद अनुभाग-3 के कार्यालय को उपलब्ध कराने को कहा गया है। यहां इन विवरणों को राजस्व परिषद की वेबसाइट पर उपलब्ध करा दिया जाएगा। एक अपर जिलाधिकारी बताते हैं कि वेबसाइट पर तहसीलदार व नायब तहसीलदार का विवरण होने से इस बात पर नजर रखी जा सकेगी कि कहां अधिकारियों की संख्या कम है और कहां ज्यादा है? साथ ही यदि किसी काम के लिए अनुभवी अधिकारी की जरूरत महसूस होगी तो वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी से तुरंत इसे ढूंढ़ा जा सकेगा। इससे फाइल पलटने की झंझट से छुटकारा मिलेगा।
कई जिलों में तहसीलदार व नायब तहसीलदार के पद खाली चल रहे हैं। ऐसे में कई नायब तहसीलदार व तहसीलदार अतिरिक्त कार्यभार भी संभाले हुए हैं। इस वजह से राजस्व वादों की सुनवाई, वसूली जैसे प्राथमिकता वाले काम प्रभावित हो रहे हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए तहसीलदारों व नायब तहसीलदारों का ब्योरा जुटाया जा रहा है। लखनऊ मंडल के अपर आयुक्त, प्रशासन श्यामलाल ने लखनऊ, रायबरेली, लखीमपुर खीरी, हरदोई, उन्नाव, सीतापुर, छत्रपति शाहू जी महाराज नगर के जिलाधिकारियों को एक पत्र भेजा है। इसके मुताबिक सभी जिलाधिकारियों को तत्काल अपने जिले में कार्यरत तहसीलदार, नायब तहसीलदार का सेवा विवरण राजस्व परिषद अनुभाग-3 के कार्यालय को उपलब्ध कराने को कहा गया है। यहां इन विवरणों को राजस्व परिषद की वेबसाइट पर उपलब्ध करा दिया जाएगा। एक अपर जिलाधिकारी बताते हैं कि वेबसाइट पर तहसीलदार व नायब तहसीलदार का विवरण होने से इस बात पर नजर रखी जा सकेगी कि कहां अधिकारियों की संख्या कम है और कहां ज्यादा है? साथ ही यदि किसी काम के लिए अनुभवी अधिकारी की जरूरत महसूस होगी तो वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी से तुरंत इसे ढूंढ़ा जा सकेगा। इससे फाइल पलटने की झंझट से छुटकारा मिलेगा।
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